कच्ची घानी नीम, विभिन्न त्वचा और खोपड़ी की स्थिति का इलाज, सूजन और सूजन को कम, परजीवियों से छुटकारा देता है, और कई अन्य बीमारी के साथ मदद करने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
भारतीय कई सदियों से जानते है वो है नीम का इस्तेमाल टूथब्रश की तरह करना एक लम्बे समय से नीम (Neem) की दातुन एक बेहतर विकल्प रही है आज के जमाने के टूथपेस्ट का और अभी भी पुरे ग्रामीण और ग्रामीण इलाकों में बुजुर्ग आज भी इसका primary तौर पर इस्तेमाल करते है क्योंकि ये वैज्ञानिक सत्य है कि नीम की दातून करने से हमारे दांत और मसूड़े दोनों मजबूत होते है और हमे दातों और मुहं की कई तरह की बीमारियों में लाभ मिलता है | साथ ही नीम की दातून बड़ी सरलता से उपलब्ध हो जाती है |
कच्ची घानी नीम का तेल से होते हैं यह फायदे:
१. नीम (Neem) की पत्तियों का रस पीने से खून साफ़ होता है बेशक यह कड़वा होता है लेकिन मेरे ख्याल से अगर आप अपनी सेहत को लेकर सजग है तो बेशक आप इतनी कडवाहट तो झेल ही सकते है।
२. दो भाग नीम (Neem) की पत्तियों का रस एक एक भाग शहद मिलकर पीने से पीलिया रोग में भी बहुत लाभ मिलता है।
३. कच्ची घानी निम् के तेल से मालिश करने से विभिन प्रकारके चरम रोग ठीक हो जाते है कच्ची घानी निम् के तेल का दिया जलने से मछर भाग जाते है और देंग्यु, मलेरिया जेसे रोगों से बचाव होता है।
४. कच्ची घानी निम् तेल मालिश के लीये बहती अच्छा है। इसमे चरम की बीमारीया नहीं होती
५. कच्ची घानी निम् के तेल की ५-१० बूंद के सोते समय दूध में डालकर पिने से ज्यदा पसीना आने और जलन होने सम्बन्धी विकारो में बहुत फायदा होता है।
६. कच्ची घानी निम् के २५ ग्राम तेल में थोडा सा कपूर मिलकर रखे यह तेल फोड़ा फूसी ,धाव आदि में उपयोगी रहता है।
७. गठिया की सुजन पर कच्ची घानी निम् के तेल की मालिश करे , किसी भी घाव में कच्ची घानी निम् का तेल लगाने से घाव जल्दी भरता है।
८. गठिया की सुजन पर कच्ची घानी निम् के तेल की मालिश करे , किसी भी घाव में कच्ची घानी निम् का तेल लगाने से घाव जल्दी भरता है।
९. कच्ची घानी निम् का तेल रात को सोते समय लगाके सोये और सुबह मु धोये इसे लगातार रोज करने से कभीभी आपकी उम्र नहीं दिखेगी हमेशा आप जवान ही रहेगे
१०. कच्ची घानी निम् के तेल को २० लीटर पानी में ५० मिलीलीटर डालके अच्छी तरह धोले और बादमे मनुष्य /जानवरो के नहलाने से चमड़ी के रोग दूर होते है।
११. दाद, खुजली में निम् तेल लगाने से जलन व् खुजली दूर हो के जल्दी ही रोग दूर होता है।
१२. कच्ची घानी निम् के तेल को बालो में अछसे मालिश करने से बाल घने,लम्बे,चमकीले बाल के सारे रोग दूर होके खुबसूरत हो जाते है।
१३. होम्योपेथी के अनुसार नीम (Neem) पूरा का पूरा ही एक औषधि का पैकेट है और किसी भी तरह के पुराने पेट के रोग के लिए नीम का पेड़ बड़ा ही लाभदायक है ।
१४. साथ ही नीम के पत्तों को अच्छी तरह पानी में मसलकर उसे छानकर पीने से कब्ज भी दूर होती है।
१५. विदेशो में निम् के एक ऐसे पेड़ के रूप में पेश किया जा रहा है, जो मधुमेह से लेकर एड्स,कैंसर और न जाने किस-किस तरह की बीमारीयो का इलाज कर सकता है।
१६. निम् के उपयोग से लाखो लोगो को रोजगार मिलता हे आप सभी से निवेदन हे के आप निम् जेसे ओषधि का अपने घर में जरुर प्रयोग करे और देश के विकास में सहयोग दे और स्वस्थ भारत और प्रगतिशील भारत का निर्माण करे और अपने धन को विदेशी कंपनीयो के पास जाने से रोके